
कोरोनावायरस के संक्रमित मरीजों की गिनती में शनिवार को 166 का इजाफा हुआ है। सेहत विभाग की तरफ से जारी रिपोर्ट में अब जिले में कोरोनावायरस के संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 6239 हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को इनकम टैक्स दफ्तर, विदेश से लौटे यात्री, फिल्लौर सिविल अस्पताल का डॉक्टर और तलवंडी माधो में जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल शामिल हैं।
वहीं जिले में शनिवार को कुल 5 मरीजों की कोरोनावायरस के कारण मौत हो गई। इनमें से 2 मरीज सिविल अस्पताल में दाखिल थे। जबकि 3 का इलाज शहर के प्राइवेट अस्पतालों में चल रहा था। मृतक ग्रीन मॉडल टाउन, कटरा मोहल्ला, पृथ्वी नगर, जमशेर खास और रेलवे कॉलोनी नकोदर के रहने वाले थे। बता दें कि शनिवार को जिले में 5 मरीजों की मौत होने के बाद कोरोना से मरने वालों की गिनती 158 हो गई।
वहीं शनिवार को सिविल अस्पताल के आईसीयू वार्ड में जिला प्रशासन ने 2 हाई फ्लो नेजल आक्सीजन (एचएफएनओ) मशीनें स्थापित की हैं। इसके बाद एचएफएनओ मशीनों की संख्या सिविल अस्पातल में 4 हो गई है। वहीं सिविल अस्पताल की मौजूदा स्थित की बात करें तो अस्पताल के आईसीयू में 21 मरीज दाखिल हैं जबकि अभी आईसीयू में 35 बेड खाली हैं।
इधर, जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल समेत 9 लोग संक्रमित
ब्लॉक के नौ लोगों की कोरोना रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। इनमें से 8 का रैपिड टेस्ट किया गया था। एसएमओ डॉ. अमरदीप सिंह दुग्गल ने बताया कि शनिवार को रौंता निवासी एक ही परिवार से संबंध रखने वाले 4 लोगों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। इसी तरह जवाहर नवोदय विद्यालय, तलवंडी माधो के प्रिंसीपल समेत 3 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति गिद्दड़पिंडी का रहने वाला है जबकि एक अन्य लोहियां रेलवे स्टेशन के नजदीक का है।
अलर्ट- सितंबर में रोगों के बैक्टीरिया होते हैं एक्टिव, बढ़ेंगे कोरोना के मरीज
जिला प्रशासन और सेहत विभाग ने सितंबर में कोरोनावायरस के मरीजों की गिनती काफी ज्यादा बढ़ने की संभावना जताई है। इसके चलते सरकारी अस्पतालों और डिस्पेंसरियों के अलावा कोविड केयर सेंटरों में लेवल 1, 2 और 3 के मरीजों को दाखिल करने के लिए उचित प्रबंध भी किए गए हैं। वहीं सिविल अस्पताल की बात करें तो यहां लेवल 2 और 3 के मरीजों के लिए बेड लगाए गए हैं।
इसके अलावा अर्बन कम्युनिटी हेल्थ सेंटर (यूसीएचसी) दादा कॉलोनी और बस्ती गुजां में भी 30-30 बेडों की व्यस्था की गई है, जिन्हें सेंट्रल ऑक्सीजन पाइप लाइन के साथ तैयार किया गया है। हालांकि विभाग ने सितंबर में मरीजों की संख्या बढ़ने का एक मुख्य कारण यह भी बताया गया है कि इस महीने बाकी बीमारियों के बैक्टीरिया भी एक्टिव रहते हैं।
एक कारण यह भी... बरसात के बाद फैलता है डेंगू, मलेरिया और वायरल
पिछले वर्षों की रिपोर्ट देखी जाए तो हर साल अगस्त-सितंबर में डेंगू का वायरस भी रफ्तार पकड़ता है। इस कारण मलेरिया और वायरल बुखार के मरीजों की संख्या में इजाफा होता है लेकिन वर्तमान में कोरोना के चलते अगर मरीज को दो दिन से अधिक लंबा बुखार चलता है और उसमें कोरोनावायरस के लक्षण आते हैं तो उन्हें नजरअंदाज न करें। वहीं आईसीएमआर का भी कहना है कि सितंबर में उमस के चलते हर बीमारी का बैक्टिरिया एक्टिव होता है तो लोगों को ज्यादा सावधानी का पालन करना होगा।
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